ऋषिता मैनहट्टन अपार्टमेंट में दूषित पानी से लोग हो रहे बीमार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगाई गुहार
लोग बीमार, बिल्डर मस्त

लखनऊ। एक ओर जहां योगी सरकार डेंगू, मलेरिया और दूषित पानी समेत अन्य के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर स्वस्थ प्रदेश की ओर अग्रसर है। तो वहीं दूसरी ओर राजधानी लखनऊ में प्राइवेट बिल्डर अपार्टमेंट बनाकर गंभीर बीमारियों को जन्म दे रहे है। ऐसा ही एक मामला गोमती नगर विस्तार के सेक्टर 7 स्थित ऋषिता मैनहट्टन अपार्टमेंट का सामने आया है।
ऋषिता मैनहट्टन अपार्टमेंट में रहने वाले स्थानीय लोगों ने अपार्टमेंट के मालिक पर गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिछले पांच महीनों से दूषित पानी की सप्लाई होने से सोसायटी में रहने वाले टाइफायड और डायरिया से बीमार हो रहे हैं।
सोसायटी में रहने वाले लोगों ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मिलकर बिल्डर के खिलाफ शिकायत की। इसके बाद सोमवार को जलकल विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया। जांच के बाद जलकल के जेई ने पानी में क्लोरिन न होने की बात कही। जबकि सोसायटी के लोगों ने सीएसआईआर-आईआईटीआर से 18 जुलाई को पानी की जांच करवा चुके हैं। जांच में पानी पीने के मापदंडो पर खरा साबित नहीं हुआ। वहीं, बिल्डर की ओर से राज्य स्वास्थ्य संस्थान उत्तर प्रदेश, अलीगंज लखनऊ की ओर से 24 जून को जांच कराई गई तो पानी में कोई खराबी नहीं निकली।