
दिल्ली। 21 जुलाई दिन सोमवार से सदन को एक बड़ा झटका लगा है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण राष्ट्रपति के समक्ष इस्तीफे की पेश किया। इसके बाद मंगलवार को राष्ट्रपति ने इस्तीफ़े को मंजूर किया। दरअसल उपराष्ट्रपति ने बताया कि स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सकीय परामर्श का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(क) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूँ।
मैं महामहिम राष्ट्रपति जी का अपनी गहरी कृतज्ञता के साथ धन्यवाद करता हूँ — भारत की माननीय राष्ट्रपति द्वारा मेरे कार्यकाल के दौरान जो अडिग समर्थन और अत्यंत सौहार्दपूर्ण कार्य संबंध बनाए रखे गए, वह मेरे लिए अत्यंत सराहनीय रहे। मैं माननीय प्रधानमंत्री एवं प्रतिष्ठित केंद्रीय मंत्रिपरिषद का भी आभार व्यक्त करता हूँ। प्रधानमंत्री जी का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा, और उनके साथ कार्य करते हुए मैंने बहुत कुछ सीखा।
सभी माननीय सांसदों से मुझे जो स्नेह, विश्वास और अपनत्व मिला, वह मेरे स्मृति-पटल पर सदैव अंकित रहेगा। मैं इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में जो अनुभव और अंतर्दृष्टियाँ प्राप्त कर सका, उसके लिए मैं अत्यंत आभारी हूँ। भारत की असाधारण आर्थिक प्रगति और इस ऐतिहासिक कालखंड में हुई अभूतपूर्व विकास यात्रा का साक्षी बनना और उसमें सहभागी होना मेरे लिए गर्व और संतोष का विषय रहा है। अपने राष्ट्र के इतिहास के इस रूपांतरणकारी युग में सेवा करना मेरे लिए सच्चे अर्थों में सम्मान रहा। जैसे ही मैं इस प्रतिष्ठित पद से विदा लेता हूँ, मैं भारत के वैश्विक उत्थान और अद्भुत उपलब्धियों पर गर्व से भर जाता हूँ और उसके उज्ज्वल भविष्य में मेरा विश्वास अडिग है।